माफ़ी माँगकर इंसाफ़ करने की कल
क्या आप स्वयं से प्रेम करते हैं? क्या आप हमेशा खुश रहना चाहते हैं? क्या आप अपने पारिवारिक, सामाजिक, व्यावसायिक रिश्तों को मधुर बनाना चाहते हैं? क्या आप जीवन में सफलता की सीढियाँ चढ़ना चाहते हैं?
यदि आपके लिए इन सभी प्रश्नों का उत्तर 'हाँ' में है तो आपको बस एक ही शब्द कहना सीखना है –
दूसरों को क्यों और कैसे माफ़ करके ख़ुद से प्रेम करेक्षमा से मोक्षमा की अंतिम सफलता असफलता कैसे पाएँ
ंगे –ं
ी है.